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फिटर की परिभाषा (Definition of Fitter in Hindi):
फिटर एक तकनीकी पेशेवर होता है जो मशीनों, उपकरणों, पाइपलाइन, और संरचनाओं के भागों को जोड़ने, असेंबल करने, मरम्मत करने और फिट करने का कार्य करता है। फिटर का मुख्य काम मशीनी उपकरणों को सही माप, डिज़ाइन और तकनीकी ब्लूप्रिंट के अनुसार फिट करना और उनकी सुचारू रूप से काम करने की सुनिश्चितता करना होता है।
फिटर आमतौर पर निर्माण, उत्पादन, मैन्युफैक्चरिंग, और औद्योगिक क्षेत्रों में कार्यरत होते हैं। उनका काम सटीकता, तकनीकी ज्ञान और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए किया जाता है।
फिटर बनने के लिए एक व्यक्ति को उचित शिक्षा, तकनीकी प्रशिक्षण और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना होता है। यह प्रक्रिया कुछ चरणों में पूरी होती है। नीचे फिटर बनने का विस्तृत तरीका दिया गया है:
1. न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता
- फिटर बनने के लिए आमतौर पर 10वीं कक्षा पास होना आवश्यक है।
- कुछ संस्थान 12वीं पास उम्मीदवारों को भी प्राथमिकता देते हैं।
- गणित और विज्ञान में अच्छी पकड़ होना फायदेमंद है।
2. आईटीआई (ITI) कोर्स करना
- फिटर ट्रेड में दो साल का आईटीआई कोर्स करना होता है।
- यह कोर्स विभिन्न सरकारी और प्राइवेट आईटीआई संस्थानों में उपलब्ध है।
- आईटीआई फिटर कोर्स में निम्नलिखित चीजें सिखाई जाती हैं:
- मशीनों और उपकरणों की फिटिंग
- मापन और ड्रॉइंग पढ़ने का कौशल
- वेल्डिंग, कटिंग और असेंबली तकनीक
- सुरक्षा मानदंडों का पालन
3. अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship)
- आईटीआई कोर्स के बाद, उम्मीदवार को किसी फैक्ट्री या उद्योग में अप्रेंटिसशिप करनी होती है।
- अप्रेंटिसशिप आमतौर पर 1-2 साल की होती है।
- इस दौरान व्यावहारिक अनुभव और कार्यक्षेत्र की समझ विकसित होती है।
4. प्रमाणपत्र प्राप्त करना
- अप्रेंटिसशिप पूरा करने के बाद, सरकार या उद्योग द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र दिया जाता है।
- यह प्रमाणपत्र फिटर के रूप में नौकरी पाने के लिए आवश्यक होता है।
5. उच्च कौशल और अनुभव प्राप्त करना
- फिटर बनने के बाद, अनुभव और अधिक कौशल प्राप्त करने के लिए उन्नत कोर्स किए जा सकते हैं, जैसे:
- मशीन टूल्स ऑपरेशन
- वेल्डिंग टेक्नोलॉजी
- सीएनसी मशीन प्रशिक्षण
6. नौकरी प्राप्त करना
- औद्योगिक क्षेत्रों, फैक्ट्रियों, निर्माण स्थलों, और उत्पादन इकाइयों में फिटर की मांग होती है।
- रेलवे, डिफेंस, ऑयल एंड गैस, और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी फिटर के लिए बहुत अवसर हैं।
- फिटर बनने के बाद अनुभव के साथ पदोन्नति और वेतन में वृद्धि होती है।
जरूरी कौशल (Skills Required):
- तकनीकी ड्रॉइंग पढ़ने और समझने की क्षमता।
- मापने के उपकरणों का सही उपयोग।
- हाथ और मशीन टूल्स का कुशलतापूर्वक संचालन।
- धैर्य और सटीकता के साथ काम करने की क्षमता।
- सुरक्षा मानकों और प्रोटोकॉल का पालन।
फिटर कोर्स के प्रकार (Fitter Courses in Hindi):
फिटर बनने के लिए कई प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। ये कोर्स विभिन्न संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाते हैं और इनमें व्यावसायिक शिक्षा, तकनीकी प्रशिक्षण और विशेषज्ञता शामिल होती है। नीचे फिटर से जुड़े कोर्स की सूची दी गई है:
1. आईटीआई फिटर कोर्स (ITI Fitter Course)
- यह कोर्स औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में उपलब्ध है।
- कोर्स की अवधि: 2 साल।
- इस कोर्स में फिटर के बुनियादी कार्य जैसे पाइप फिटिंग, मशीन असेंबली, वेल्डिंग, और मापने के उपकरणों का उपयोग सिखाया जाता है।
- न्यूनतम योग्यता: 10वीं पास।
2. डिप्लोमा इन मैकेनिकल फिटर (Diploma in Mechanical Fitter)
- यह एक डिप्लोमा स्तर का कोर्स है।
- कोर्स की अवधि: 2-3 साल।
- इसमें मशीनों की असेंबली, मेटलवर्क, और औद्योगिक फिटिंग की उन्नत शिक्षा दी जाती है।
- न्यूनतम योग्यता: 10वीं या 12वीं पास।
3. सर्टिफिकेट इन फिटर ट्रेड (Certificate in Fitter Trade)
- यह शॉर्ट-टर्म कोर्स है, जिसे कौशल विकास कार्यक्रमों के तहत पेश किया जाता है।
- कोर्स की अवधि: 6 महीने से 1 साल।
- यह कोर्स शुरुआती छात्रों को फिटर ट्रेड का परिचय देता है।
4. एडवांस्ड फिटर कोर्स (Advanced Fitter Course)
- यह कोर्स उन्नत स्तर का है, जो विशेष क्षेत्रों जैसे पाइपलाइन फिटिंग, वेल्डिंग और मशीनरी असेंबली पर केंद्रित है।
- कोर्स की अवधि: 6 महीने से 1 साल।
- यह कोर्स फिटर के पेशे में अनुभव रखने वाले लोगों के लिए उपयुक्त है।
5. फिटर अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम (Fitter Apprenticeship Program)
- यह कोर्स व्यावसायिक प्रशिक्षण के रूप में पेश किया जाता है।
- कोर्स की अवधि: 1-2 साल।
- यह किसी उद्योग या फैक्ट्री में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है।
6. स्पेशलाइज्ड फिटर कोर्स (Specialized Fitter Courses)
- ये कोर्स विशेष क्षेत्रों में फिटर की ट्रेनिंग के लिए होते हैं, जैसे:
- पाइप फिटर कोर्स (Pipe Fitter Course)
- मिलराइट फिटर कोर्स (Millwright Fitter Course)
- स्टील फिटर कोर्स (Steel Fitter Course)
- इंस्ट्रूमेंट फिटर कोर्स (Instrument Fitter Course)
7. वेल्डिंग और फिटर कोर्स (Welding and Fitter Course)
- इस कोर्स में वेल्डिंग तकनीकों और फिटर कार्य का संयोजन सिखाया जाता है।
- कोर्स की अवधि: 6 महीने से 1 साल।
- औद्योगिक वेल्डिंग और मशीन फिटिंग के लिए यह कोर्स उपयोगी है।
8. कौशल विकास कार्यक्रम (Skill Development Programs)
- ये सरकारी या प्राइवेट संस्थानों द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) और अन्य योजनाओं के तहत शॉर्ट-टर्म कोर्स करवाए जाते हैं।
- कोर्स की अवधि: 3-6 महीने।
9. सीएनसी मशीन ऑपरेशन कोर्स (CNC Machine Operation Course)
- इस कोर्स में फिटर को सीएनसी मशीनरी के ऑपरेशन और रखरखाव की ट्रेनिंग दी जाती है।
- कोर्स की अवधि: 6 महीने।
10. डिग्री कोर्स इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Degree in Mechanical Engineering)
- जो लोग उच्च शिक्षा चाहते हैं, वे मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
- कोर्स की अवधि: 4 साल।
- यह कोर्स मैकेनिकल फिटर के उन्नत ज्ञान के लिए उपयुक्त है।
फिटर कहां-कहां काम कर सकता है?
फिटर एक बहुप्रयोज्य तकनीकी पेशा है, और उनके कौशल की मांग विभिन्न क्षेत्रों में होती है। फिटर के लिए काम करने के अवसर निम्नलिखित क्षेत्रों में उपलब्ध हैं:
1. निर्माण क्षेत्र (Construction Sector)
- इमारतों और पुलों की संरचना को फिट करने और इंस्टॉल करने में।
- स्टील के ढांचे, गेट, रेलिंग, और मेटल वर्क असेंबली में।
- निर्माण उपकरणों और क्रेन की फिटिंग और मरम्मत में।
2. मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री (Manufacturing Industry)
- फैक्ट्रियों में मशीनों और उपकरणों की असेंबली और इंस्टॉलेशन में।
- उत्पादन इकाइयों में मशीनरी के रखरखाव और मरम्मत में।
- औद्योगिक मशीनों और उपकरणों की फिटिंग में।
3. रेलवे (Railways)
- रेल इंजन, डिब्बों, और रेलवे ट्रैक के उपकरणों की फिटिंग और मरम्मत में।
- रेलवे वर्कशॉप्स में मशीनरी और संरचनाओं का रखरखाव।
4. ऑयल और गैस उद्योग (Oil and Gas Industry)
- पाइपलाइनों को फिट करने और मरम्मत करने में।
- ऑफशोर रिग्स और रिफाइनरी में उपकरणों की फिटिंग और इंस्टॉलेशन।
- तेल और गैस परिवहन प्रणालियों की देखरेख।
5. पावर प्लांट्स (Power Plants)
- बिजली उत्पादन संयंत्रों में मशीनों और बॉयलरों की फिटिंग और मरम्मत में।
- टरबाइन, जनरेटर, और अन्य विद्युत उपकरणों का रखरखाव।
6. शिपयार्ड और मरीन इंडस्ट्री (Shipyard and Marine Industry)
- जहाजों और नौकाओं में इंजन और उपकरणों की फिटिंग में।
- समुद्री संरचनाओं और उपकरणों की मरम्मत और इंस्टॉलेशन।
7. डिफेंस और एयरोस्पेस (Defence and Aerospace)
- रक्षा उपकरणों और वाहनों की फिटिंग और रखरखाव में।
- हवाई जहाजों और हेलीकॉप्टर के हिस्सों को फिट और रिपेयर करने में।
- मिसाइल और हथियार प्रणालियों के लिए तकनीकी काम।
8. पाइपलाइन और प्लंबिंग (Pipeline and Plumbing)
- गैस, पानी, और भाप पाइपलाइनों को फिट और मरम्मत करने में।
- औद्योगिक और घरेलू प्लंबिंग सिस्टम की स्थापना और रखरखाव।
9. वेल्डिंग और फेब्रिकेशन शॉप्स (Welding and Fabrication Shops)
- धातु के हिस्सों को जोड़ने और फिट करने में।
- वेल्डिंग और मेटल कटिंग कार्यों में।
- मशीनरी और संरचनाओं की मरम्मत।
10. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (Automobile Industry)
- वाहनों के इंजन और अन्य भागों की फिटिंग और मरम्मत।
- वाहन निर्माण और असेंबली यूनिट्स में।
11. रिफाइनरी और केमिकल प्लांट्स (Refinery and Chemical Plants)
- औद्योगिक संयंत्रों में उपकरणों और पाइपलाइनों की फिटिंग।
- केमिकल प्लांट्स में मशीनरी और संरचनाओं का रखरखाव।
12. कृषि उपकरण उद्योग (Agricultural Equipment Industry)
- ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, और अन्य कृषि उपकरणों की फिटिंग और मरम्मत।
- कृषि उपकरण बनाने वाली फैक्ट्रियों में।
13. एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेशन (HVAC Industry)
- एयर कंडीशनिंग सिस्टम और रेफ्रिजरेशन यूनिट्स की फिटिंग।
- HVAC सिस्टम का रखरखाव और मरम्मत।
14. छोटे व्यवसाय और स्वरोजगार (Small Business and Self-Employment)
- स्वतंत्र रूप से मरम्मत और फिटिंग सेवाएं प्रदान करना।
- अपने छोटे वर्कशॉप्स चलाकर पर्सनल काम करना।
15. सरकारी क्षेत्र (Government Sector)
- रेलवे, नगर निगम, बिजली विभाग, और जल विभाग में नौकरी।
- सरकारी निर्माण परियोजनाओं में उपकरणों और संरचनाओं की फिटिंग।
16. शिक्षा और प्रशिक्षण (Education and Training)
- तकनीकी संस्थानों में प्रशिक्षक (Instructor) के रूप में।
- नए छात्रों को फिटर ट्रेड सिखाने का कार्य।
फिटर के लिए महत्वपूर्ण औजार (Tools Used by Fitter in Hindi):
फिटर के काम में विभिन्न प्रकार के औजारों का उपयोग किया जाता है। ये औजार मशीनों, उपकरणों, पाइपलाइनों और संरचनाओं को फिट, असेंबल और मरम्मत करने के लिए जरूरी होते हैं। नीचे फिटर के लिए उपयोग किए जाने वाले मुख्य औजारों की सूची दी गई है:
1. मापने के औजार (Measuring Tools):
- स्टील रूल (Steel Rule): सटीक माप लेने के लिए।
- वर्नियर कैलीपर (Vernier Caliper): छोटी-छोटी मापों को सटीकता से मापने के लिए।
- माइक्रोमीटर (Micrometer): बहुत ही सूक्ष्म माप के लिए।
- ट्राई-स्क्वायर (Try Square): 90° कोण की जांच के लिए।
- डिवाइडर (Divider): वृताकार माप लेने और चिह्नित करने के लिए।
- स्प्रिंग कैलिपर (Spring Caliper): अंदर और बाहर के व्यास को मापने के लिए।
2. मार्किंग के औजार (Marking Tools):
- सर्फेस प्लेट (Surface Plate): चिह्नित करने के लिए समतल सतह।
- सक्राइबर (Scriber): धातु की सतह पर निशान लगाने के लिए।
- पंच (Punch): छेदों और चिह्नों को स्थायी रूप से बनाने के लिए।
- सेंटर पंच (Center Punch): छेदों को चिह्नित करने के लिए।
- प्रिक पंच (Prick Punch): हल्के चिह्न बनाने के लिए।
3. काटने के औजार (Cutting Tools):
- हैकसॉ (Hacksaw): धातु और लकड़ी को काटने के लिए।
- चीज़ल (Chisel): धातु को काटने और छीलने के लिए।
- फाइल्स (Files): सतह को चिकना करने और आकार देने के लिए।
- फ्लैट फाइल (Flat File)
- राउंड फाइल (Round File)
- ट्रायंगुलर फाइल (Triangular File)
4. पकड़ने के औजार (Holding Tools):
- वाइज़ (Bench Vice): वस्तु को स्थिर पकड़ने के लिए।
- प्लायर (Plier): तारों और छोटी वस्तुओं को पकड़ने और मोड़ने के लिए।
- क्लैम्प (Clamp): वस्तुओं को पकड़ने और स्थिर रखने के लिए।
5. ड्रिलिंग के औजार (Drilling Tools):
- हैंड ड्रिल (Hand Drill): छोटे छेद बनाने के लिए।
- पावर ड्रिल (Power Drill): बड़े और गहरे छेद बनाने के लिए।
- ड्रिल बिट्स (Drill Bits): विभिन्न प्रकार के छेद बनाने के लिए।
6. टैपिंग और थ्रेडिंग के औजार (Tapping and Threading Tools):
- टैप (Tap): अंदरूनी धागे बनाने के लिए।
- डाय (Die): बाहरी धागे बनाने के लिए।
- टैप रिंच (Tap Wrench): टैपिंग करते समय पकड़ने के लिए।
7. हथौड़े और मैलेट (Hammers and Mallets):
- बॉल पीन हथौड़ा (Ball Peen Hammer): धातु को आकार देने और पंचिंग के लिए।
- स्लेज हथौड़ा (Sledge Hammer): भारी कार्यों के लिए।
- रबर मैलेट (Rubber Mallet): सतह को बिना नुकसान पहुंचाए दबाने के लिए।
8. वेल्डिंग के औजार (Welding Tools):
- वेल्डिंग मशीन (Welding Machine): धातुओं को जोड़ने के लिए।
- वेल्डिंग मास्क (Welding Mask): आंखों और चेहरे को सुरक्षा प्रदान करने के लिए।
- इलेक्ट्रोड होल्डर (Electrode Holder): वेल्डिंग के दौरान इलेक्ट्रोड पकड़ने के लिए।
9. ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग के औजार (Grinding and Polishing Tools):
- ग्राइंडिंग मशीन (Grinding Machine): सतह को चिकना करने के लिए।
- सैंड पेपर (Sandpaper): सतह को पॉलिश और साफ करने के लिए।
10. सुरक्षा उपकरण (Safety Tools):
- सुरक्षा दस्ताने (Safety Gloves): हाथों की सुरक्षा के लिए।
- सुरक्षा चश्मा (Safety Goggles): आंखों की सुरक्षा के लिए।
- सुरक्षा जूते (Safety Shoes): पैरों की सुरक्षा के लिए।
- हेयर प्रोटेक्शन (Ear Protection): कानों को तेज आवाज से बचाने के लिए।
11. अन्य औजार (Other Tools):
- स्पैनर (Spanner): नट और बोल्ट को कसने और ढीला करने के लिए।
- स्क्रूड्राइवर (Screwdriver): स्क्रू को कसने और खोलने के लिए।
- एडजस्टेबल रिंच (Adjustable Wrench): विभिन्न आकार के नट और बोल्ट को कसने के लिए।
- जैक (Jack): भारी वस्तुओं को उठाने के लिए।
फिटर कई प्रकार के होते हैं, और उनका वर्गीकरण उनके कार्य और विशेषज्ञता के आधार पर किया जाता है। नीचे विभिन्न प्रकार के फिटर्स और उनके कार्यों का विवरण दिया गया है:
1. मैकेनिकल फिटर (Mechanical Fitter)
- मशीनरी और उपकरणों की असेंबली, इंस्टॉलेशन, और मरम्मत का काम करते हैं।
- गियरबॉक्स, मोटर, पंप, और अन्य मैकेनिकल उपकरणों को फिट करने और सही स्थिति में लाने के लिए जिम्मेदार।
- फैक्ट्रियों और औद्योगिक सेटअप में कार्यरत।
2. पाइप फिटर (Pipe Fitter)
- पाइपलाइनों की असेंबली और इंस्टॉलेशन में विशेषज्ञ।
- गैस, पानी, तेल और भाप के पाइप सिस्टम को फिट और मरम्मत करते हैं।
- पाइपलाइन के लीक और अन्य समस्याओं को हल करते हैं।
3. स्टील फिटर (Steel Fitter)
- स्टील संरचनाओं, जैसे गेट, रेलिंग, ब्रिज, और बिल्डिंग स्ट्रक्चर्स की फिटिंग का काम करते हैं।
- वेल्डिंग, कटिंग और स्टील मेटल को फिट करना इनकी मुख्य जिम्मेदारी होती है।
4. स्ट्रक्चरल फिटर (Structural Fitter)
- बड़ी संरचनाओं, जैसे क्रेन, ट्रस, और टावरों को असेंबल और फिट करते हैं।
- इनका काम सटीक माप और ब्लूप्रिंट के अनुसार संरचनाओं को तैयार करना होता है।
5. मिलराइट फिटर (Millwright Fitter)
- औद्योगिक मशीनों और उपकरणों को असेंबल, इंस्टॉल और बनाए रखते हैं।
- मशीनों को सही ढंग से संतुलित और फिट करना इनका प्राथमिक कार्य है।
- आमतौर पर पावर प्लांट और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में कार्यरत।
6. इंस्ट्रूमेंट फिटर (Instrument Fitter)
- सेंसर, गेज, और मापन उपकरणों को फिट और इंस्टॉल करते हैं।
- मशीनों के स्वचालन (Automation) और नियंत्रण प्रणालियों में सहायता करते हैं।
7. मारिन फिटर (Marine Fitter)
- समुद्री जहाजों और नौकाओं की फिटिंग और मरम्मत का कार्य करते हैं।
- इंजन, बॉयलर, और समुद्री उपकरणों का रखरखाव करते हैं।
8. प्रोडक्शन फिटर (Production Fitter)
- उत्पादन इकाई में मशीनरी और उत्पादन उपकरणों का निरीक्षण और फिटिंग करते हैं।
- उत्पादन प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिम्मेदार।
9. फर्नेस फिटर (Furnace Fitter)
- भट्टियों (Furnaces) और हीटिंग सिस्टम की असेंबली और मरम्मत करते हैं।
- औद्योगिक भट्टियों में फिटिंग का कार्य करते हैं।
10. डाई और मोल्ड फिटर (Die and Mold Fitter)
- डाई और मोल्ड बनाने और उनकी फिटिंग का कार्य करते हैं।
- मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में प्लास्टिक, धातु, और अन्य सामग्रियों के मोल्ड्स तैयार करते हैं।
11. रिग फिटर (Rig Fitter)
- ऑयल रिग्स और गैस ड्रिलिंग उपकरणों की फिटिंग और रखरखाव का कार्य करते हैं।
- ऑफशोर और ऑनशोर ड्रिलिंग साइट्स पर कार्यरत।
12. रेलवे फिटर (Railway Fitter)
- रेलवे के इंजन, डिब्बों और अन्य उपकरणों की फिटिंग और मरम्मत का कार्य करते हैं।
- रेलवे ट्रैक और संबंधित उपकरणों की देखभाल करते हैं।
13. फिटर टर्नर (Fitter Turner)
- टर्निंग और फिटिंग दोनों में विशेषज्ञता रखते हैं।
- मशीन के घूमने वाले हिस्सों (Rotary Parts) को फिट और रिपेयर करते हैं।
14. एयरक्राफ्ट फिटर (Aircraft Fitter)
- हवाई जहाजों और उनकी मशीनरी की फिटिंग, मरम्मत और रखरखाव करते हैं।
- एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री में कार्यरत।
इन सभी प्रकार के फिटर अपने-अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं और औद्योगिक, निर्माण, और उत्पादन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।